
भारत (India) अगले पांच सालों में स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग (Smartphone manufacturing) हब बन जाएगा। यह दावा संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi shankar prasad) ने शनिवार को किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इनसेन्टिव स्कीम (PLI Scheme) के तहत दुनिया की 22 दिग्गज इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां अगले पांच साल में 11.5 लाख करोड़ रुपये के मोबाइल फोन और उनके कम्पोनेंट का उत्पादन करेंगी।
रविशंकर प्रसाद ने कहा, इनमें से 07 लाख करोड़ रुपये के स्मार्टफोन का निर्यात दूसरे देशों में किया जाएगा। इससे देश में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग (Electronics Manufacturing) को बढ़ावा मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि सैमसंग (Samsung), पेगाट्रॉन, फॉक्सकॉन, राइजिंग स्टार और डिक्सॉन जैसी कई कंपनियों ने भारत में मोबाइल डिवाइस और उनके कम्पोनेंट बनाने का प्रस्ताव दिया है। अब तक पीएलआई स्कीम के तहत कुल 22 कंपनियों ने आवेदन दिया है। इन कंपनियों ने 15 हजार और उससे अधिक कीमत वाले स्मार्टफोन सेग्मेंट में उत्पादन के लिए आवेदन किया है।