
केंद्र सरकार ने 2 सितंबर को Pubg सहित 118 चाइनीज ऐप्स पर बैन लगा दिया है। इनमें सबसे लोकप्रिय ऐप Pubg है। भारत-चीन के बीच चल रहे तनाव के बीच केंद्र सरकार ने बुधवार को अहम फैसला लेते हुए PUBG, Wechat समेत 118 चीनी मोबाइल ऐप्स को बैन कर दिया है। इससे पहले भी सरकार कई चीनी कंपनियों की ऐप को बैन कर चुकी है। IT मंत्रालय ने प्रतिबंधित की गईं ऐप्स को देश की सुरक्षा, संप्रभुता, एकता के लिए खतरा बताया है। इससे पहले 15 जून को गलवान में हिंसक संघर्ष के बाद 29 जून को सरकार ने 59 चीनी ऐप्स को बैन कर दिया था। उसके बाद 28 जुलाई को 47 ऐप्स को बैन किया था। अब तक सरकार 224 चीनी ऐप्स पर बैन लगा चुकी है।
इन चाइनीज ऐप पर लगा बैन
बैन होने वाले ऐप्स की लिस्ट में कई लोकप्रिय एप्लीकेशन शामिल हैं। इनमें लोकप्रिय गेम पबजी मोबाइल, पबजी मोबाइल लाइट, बायडू, सुपर क्लीन, शायोमी का शेयरसेव, वीचैट वर्क, साइबर हंटर और इसका लाइट वर्जन, गेम ऑफ सुल्तान्स, गो एसएमएस प्रो, मार्वेल सुपर वार, लूडो वर्ल्ड-लूडो सुपरस्टार, राइज ऑफ किंगडम्स, गैलरी वॉल्ट, स्मार्ट एपलॉक (एप प्रोटेक्ट), डुअल स्पेस, क्लीनर-फोन बूस्टर, लैमोर, सिना न्यूज और टेंसेंट वाचलिस्ट आदि शामिल हैं।
यूजर का डेटा चुराने का आरोप
आईटी मंत्रालय ने इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट के सेक्शन 69 के तहत इन ऐप्स पर बैन लगाया है। मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि ऐसी जानकारी मिली है कि ये ऐप्स ऐसी गतिविधियों में जुटे थे, जिसका असर देश की संप्रुभता, अखंडता और सुरक्षा पर पड़ रहा था। मंत्रालय को इससे जुड़ी कई शिकायतें मिली हैं कि ये ऐप्स यूजर के डेटा का गलत इस्तेमाल करते हैं। मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि ये ऐप्स यूजर का डेटा चुराकर गलत तरीके से देश के बाहर बने सर्वर को भेजते थे। सरकार के इस कदम से करोड़ों भारतीय मोबाइल और इंटरनेट यूजर्स के हितों की रक्षा होगी।