
पूरे राज्य में कोरोना बढ़ रहा है। इस पृष्ठभूमि के खिलाफ, सरकार ने इस साल सभी त्योहारों के उत्सव पर प्रतिबंध लगाया है। राज्य सरकार ने मुस्लिम ब्रदरहुड को प्रतीकात्मक रूप से बकरी ईद मनाने की अपील की है। लेकिन अब एमआईएम नेता, सांसद इम्तियाज जलील ने इस पर आपत्ति जताई है। उसने कहा है कि वह इस सब से सहमत नहीं । प्रतीकात्मक रूप से बकरी ईद क्यों मनाते हैं? यह सवाल करते हुए, इम्तियाज जलील ने मांग की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अयोध्या में राम मंदिर का प्रतीकात्मक भूमिपूजन करना चाहिए।
इम्तियाज जलील ने बकरी ईद पर लगाए गए प्रतिबंधों का विरोध किया है। वह इस बारे में मीडिया से बात कर रहे थे। जलील ने कहा कि लोग अपने जानवरों को गांवों से ला रहे हैं। वे क्या करना करना चाहते हैं? इस बार उन्होंने बकरियां खरीदने की ऑनलाइन प्रक्रिया का भी विरोध किया। अमीरों के पास स्मार्ट फोन हैं। वे लोग ऑनलाइन बकरे खरीद और बेच सकते हैं। लेकिन गरीब किसान क्या करना चाहते हैं? । इसके अलावा, जिन लोगों के पास केवल एक या दो बकरियां हैं, क्या उन्हें अब फोन करना चाहिए? ऐसे सवाल सरकार से किये है।