सीमा कुमारी
नई दिल्ली: बरसात का मौसम आते ही चाय की तलब बढ़ जाती है। लेकिन बारिश के साथ लगातार गिरता-बढ़ता तापमान अपने साथ सर्दी, खांसी और छींक की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे मौसम में जड़ी बूटी वाले चाय आपको ऐसे संक्रमण से बचा सकती हैं। आइए जानें ऐसी चाय के बारे में –
हल्दी
जब बारिश शुरू होती है, तो हल्दी, जिसमें करक्यूमिन, डेस्मेथोक्सीकुरक्यूमिन और बिस-डेस्मेथोक्सीकुरक्यूमिन की ताकत होती है, हमारे शरीर के अंदरूनी हिस्से को मजबूत कर सकती है। जड़ी बूटी की एंटीबैक्टेरियल क्वालिटी के कारण, यह मानसून के मौसम में होने वाले कई इंफेक्शन का इलाज कर सकती है।
तुलसी
जड़ी बूटियों की बात करें तो तुलसी एक फेमस रॉकस्टार है। एक कप तुलसी की चाय सीने में जमे कफ को कम करेगी, हमारी नाक को खोल देगी और बीमारी को खत्म कर देगी। तुलसी में पाए जाने वाले विटामिन ए, डी, आयरन, फाइबर बैक्टीरिया को नष्ट करने और इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके अलावा, तुलसी ओरल और डेंटल प्रॉब्लम को ठीक करने के लिए एक शानदार जड़ी बूटी है।
अदरक
जब बारिश के दौरान स्ट्रीट फूड हर किसी को लुभाता है, इसके बाद पेट दर्द और लूस मोशन जैसी प्रॉब्लम भी साथ आती हैं। इस वजह से, हमारी चाय में अदरक मिलाना बहुत जरूरी हो जाता है। अदरक एक ऐसी हर्ब है जो डाइजेशन और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती है, जो हमारी आंतों को काम करने में मदद करती है। मोशन सिकनेस या मॉर्निंग सिकनेस के कारण होने वाली परेशानी को भी इस चाय से कंट्रोल किया जा सकता है।
गुड़हल
चाय में शामिल करने के लिए गुड़हल एक जरूरी हर्ब है, खासकर जब बारिश होती है, क्योंकि यह बीटा-कैरोटीन, विटामिन सी और एंथोसायनिन से भरपूर होता है। जड़ी बूटी हमारे इम्युनिटी सिस्टम को बैलेंस में रखती है, इसलिए यह अनचाही बीमारियों और इंफेक्शन को दूर करती है। इसके अलावा, इसमें बहुत सारे एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं।