
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए केंद्र और राज्यों ने लॉकडाऊन की घोषणा की है। लेकिन दिल्ली लॉकडाऊन और बंद का पूरा मज़ाक बनता दिख रहा है । दिल्ली के हजारों मजदूरों और श्रमिकों को सरकार की अपील के बावजूद, आनंद विहार और धौलाकुआं क्षेत्रों में तूफानी भीड़ एकट्ठा हुई । ऐसे में कोरोना वायरस के प्रसार को सरकार कैसे रोक सकती है? ऐसा सवाल खड़ा हो गया है।
दिल्ली में आनंद विहार बस स्टेशन पर भारी भीड़-
रहने और खाने-पीने की सुविधा नहीं होने के कारण, लॉकडाऊन ने हजारों मजदूरों और श्रमिकों को, जिनके पास अपने गांवों में लौटने के अलावा कोई विकल्प नहीं रहा । लेकिन केंद्र और राज्य सरकारें इन मजदूरों और श्रमिकों के लिए आवश्यक उपाय कर रही हैं। उन्हें आवास और खाने-पीने सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। फिर भी राजधानी दिल्ली में मजदूर सुनने को तैयार नहीं हैं।
मजदूर और श्रमिक अपने गाँव जाना चाहते हैं। इस वजह से वे बड़ी संख्या में सड़कों पर निकल आए हैं। खासकर दिल्ली में, आनंद विहार बस स्टेशन पर हजारों लोग प्रवेश करने से अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया। ऐसी स्थिति में कोरोना वायरस के प्रसार को सरकार कैसे रोक सकती है?
Delhi: Migrant workers in very large numbers at Delhi's Anand Vihar bus terminal, to board buses to their respective home towns and villages. They have walked to the bus terminal on foot from different parts of the city. pic.twitter.com/IeToP3hX7H
— ANI (@ANI) March 28, 2020
गाँव जाने के लिए बेताब इन मजदूर और श्रमिकों को कोरोना वायरस का कोई डर नहीं है। उनके सामने बड़ा सवाल खाने और पीने और रहने का है।उन्हें लगता है कि गांव जाने के बाद उनके सवालों का जवाब मिल जाएगा । इस बीच, जैसा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने बस सेवा शुरू करने का फैसला किया है, वे दिल्ली के आनंद विहार अंतरराज्यीय बस स्टेशन की ओर बढ़ गए हैं और भीड़ एकट्ठा होना शुरू हुई । मजदूर बस पकड़ने और गाँव जाने की कोशिश कर रहे हैं ।
#WATCH Migrant workers in very large numbers at Delhi's Anand Vihar bus terminal, to board buses to their respective home towns and villages pic.twitter.com/4nXZ1D1UNn
— ANI (@ANI) March 28, 2020